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दो भाइयों की लड़ाई दो कंपनियों की लड़ाई बन गई – Adidas and Puma

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प्यूमा (Puma) और एडिडास (Adidas) दोनों ही बेहद लोकप्रिय और सफल ब्रांड हैं, लेकिन वे एक प्रतिद्वंद्विता पर आधारित हैं जो उनकी शुरुआती शुरुआत से ही चली आ रही है। आज, हम प्यूमा और एडिडास के संस्थापकों के इतिहास पर करीब से नज़र डालने जा रहे हैं, किस कारण से वे अलग हुए, और दोनों ब्रांड वर्षों में कैसे विकसित हुए।

एडॉल्फ (“आदि”) और रुडोल्फ (“रूडी”) भाईचारा

डैस्लर बंधु, एडॉल्फ (“आदि”) और रुडोल्फ (“रूडी”), का जन्म क्रमशः 1900 और 1902 में जर्मनी के हर्ज़ोजेनौराच में हुआ था। वे अपने पिता की जूता फैक्ट्री में काम करते हुए बड़े हुए और उन दोनों में खेल के प्रति जुनून विकसित हुआ। 1924 में, उन्होंने डैस्लर ब्रदर्स शू फैक्ट्री की स्थापना की, जो जल्द ही जर्मनी में स्पोर्ट्स शूज़ के अग्रणी निर्माताओं में से एक बन गई।

एडिडास (Adidas) और प्यूमा (Puma) की शुरुआत

डैस्लर बंधु बहुत करीब थे, लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध के बाद उनके रिश्ते ख़राब होने लगे। आदि पर नाज़ी सहयोगी होने का आरोप लगाया गया था, और रूडी को लगा कि आदि ने उसकी रक्षा के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं किए हैं। भाइयों ने लगातार बहस की और 1948 में उन्होंने कंपनी को दो भागों में विभाजित करने का निर्णय लिया। आदि ने एडिडास की स्थापना की, और रूडी ने प्यूमा की स्थापना की।

भाइयों की लड़ाई कंपनी की लड़ाई बन गई

एडिडास (Adidas) और प्यूमा (Puma) के बीच प्रतिद्वंद्विता तीव्र थी। दोनों कंपनियों ने बाजार हिस्सेदारी, एथलीटों और यहां तक कि कर्मचारियों के लिए प्रतिस्पर्धा की। यहां तक कि उन्होंने हर्ज़ोजेनौराच शहर के विपरीत दिशा में अपनी फ़ैक्टरियाँ भी बनाईं। यह प्रतिद्वंद्विता दशकों तक चली और यह दोनों भाइयों के परिवारों तक भी फैल गई।

अंत में, एडिडास (Adidas) और प्यूमा (Puma) के बीच प्रतिद्वंद्विता दोनों कंपनियों के लिए अच्छी थी। वे दोनों सफल वैश्विक ब्रांड बन गए, और उन दोनों ने दुनिया भर में खेलों को लोकप्रिय बनाने में मदद की। आज, एडिडास दोनों कंपनियों में से बड़ी है, लेकिन प्यूमा अभी भी स्पोर्ट्सवियर उद्योग में एक प्रमुख खिलाड़ी है।

एडिडास (Adidas) और प्यूमा (Puma) की कहानी प्रतिस्पर्धा और सहयोग दोनों की कहानी है। दोनों कंपनियां प्रतिद्वंद्वी थीं, लेकिन उन्होंने एक-दूसरे को बढ़ने और सफल होने में मदद भी की। वे दोनों जर्मन इंजीनियरिंग और नवाचार के उदाहरण हैं, और इन दोनों ने खेल की दुनिया में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

दोनों सफल ब्रांड हैं

डैस्लर बंधु बेहद प्रतिभाशाली और रचनात्मक लोग थे, जो अविश्वसनीय चीजें हासिल करने में सक्षम थे। दोनों भाइयों द्वारा बनाए गए बहुराष्ट्रीय ब्रांडों ने पिछले कुछ वर्षों में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। दोनों सालाना आधार पर लाखों डॉलर कमाते हैं और दुनिया भर में कर्मचारियों को नियुक्त करना जारी रखते हैं। अगर और कुछ नहीं, तो एडिडास बनाम प्यूमा की कहानी हमें दिखाती है कि वास्तविक दुनिया में रिश्ते आसानी से किसी उद्योग के इतिहास को हमेशा के लिए बदल सकते हैं।

Madhav S
Madhav is a seasoned author renowned for his insightful contributions to the field of finance and investments. The information provided in the finance articles authored by is for educational and informational purposes only. It should not be considered as professional financial advice, or investment recommendations.

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