राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा की गई घोषणाओं कि 1 अप्रैल 2023 से राज्य भर में शुरुआत हो गई है।
सभी योजनाएं आम जनता के मुताबिक बनाई गई जिसमें महिलाओं को बस में आधा किराया 100 यूनिट बिजली का बिल माफ, महिलाओं को ₹500 में गैस सिलेंडर, किसानों को अनाज बेचने का पंजीकरण और चिरंजीवी योजना में बदलाव है।
अगर राजनीतिक तरीके से देखें राजस्थान में इसी साल दिसंबर महीने के पहले विधानसभा चुनाव होने हैं और अशोक गहलोत द्वारा की गई घोषणाएं कांग्रेस पार्टी को राज्य की सत्ता में वापस लाने के लिए कितनी कारगर होगी यह तो भविष्य में पता चलेगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की घोषणाएं, विस्तार में
इन घोषणाओं में सबसे अहम चिरंजीवी योजना है जिसे सरकार ने पहले लागू कर दिया था उस समय इसमें 10 लाख तक का मुफ्त उपचार निजी अस्पतालों में किया जा सकता था पर हाल ही में सरकार ने राइट टू हेल्थ बिल विधानसभा में पारित किया इसके बाद उपचार की सीमा १० लाख से 25 लाख हो गईं हैं।
पर इसी बिल के विरोध में निजी अस्पतालों के डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों ने राज्यभर हड़ताल कर रखी है पिछले 12 दिनों से राज्य में सभी निजी अस्पताल बंद है।
निजी अस्पतालों के डॉक्टरों का मानना है इस बिल की वजह से निजी अस्पतालों में सरकारी कर्मचारियों का दखल बढ़ जाएगा और स्वास्थ्य सुविधाएं महंगी हो जाएगी।
निजी अस्पतालों के डॉक्टरों के समर्थन में कुछ सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों ने हड़ताल का ऐलान किया है जिसकी वजह से राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं पर बुरा असर पड़ रहा है।
सरकारी डॉक्टरों द्वारा बंद का समर्थन किए जाने के बाद राजस्थान सरकार की स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी अस्पताल और मेडिकल कॉलेजों को शक्त हिदायत दी है की सभी कर्मचारी अपने कार्य पर उपस्थित रहे अगर वैसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
BJP ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की घोषणाएं के बारे में या कहा?
भारतीय जनता पार्टी के अनुसार यह सारी घोषणाएं राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के हिसाब से की गई है उनका कहना है राज्य में कानून व्यवस्था सबसे बड़ा मुद्दा है जिस पर मुख्यमंत्री गहलोत विफल साबित हुए हैं।
इस मुद्दे पर राज्य में सियासत भी गरमा गई है और राजस्थान स्टेट Human Rights Commision ने राज्य की स्वास्थ्य सचिव और मेडिकल काउंसिल को पत्र लिख पूछा है कि हड़ताली डॉक्टरों के संदर्भ में वो क्या कर रहे है.