नागालैंड में हाल ही में हुए चुनाव में मौजूदा सरकार एनडीपीपी और बीजेपी गठबंधन को 25 और 12 सीटें मिली जो बहुमत के आंकड़े से ज्यादा है। 60 सीटों वाली नागालैंड विधानसभा में ज्यादातर पक्ष मौजूदा सरकार को समर्थन दे रहे हैं इस बात से एक नई मुश्किल खड़ी हो गई है की राज्य में सरकार के समक्ष विपक्षी नहीं है।
इसी के चलते मार्च 18 तारीख को नागालैंड के मुख्यमंत्री रियो के घर आपातकालीन बैठक हुई जिसमें एन डी पी पी और बीजेपी के विधायक उपस्थित थे।
राजनीतिक विश्लेषक इस चीज को लोकतंत्र के लिए खतरा बता रहे हैं क्योंकि जो पार्टियां मौजूदा सरकार को समर्थन दे रही है वह मौजूदा सरकार के खिलाफ चुनाव लड़ रही थी और अब उनके जीते हुए प्रत्याशी अपने स्वार्थ के लिए सरकार को समर्थन कर रहे हैं।
इसी के चलते नागालैंड में बिना विपक्ष की सरकार होने की बातें चल रही है अगर ऐसा होता है नागालैंड भारत का ऐसा राज्य हो जाएगा जहा विपक्ष नहीं होगा ।